Monday, March 22, 2010

हृष्ट-पुष्ट शरीर

शरीर हृष्ट-पुष्ट बनाने के लिये :-


(1) शीत ऋतु के बलवर्धक प्रयोगमखाने और सूखे सिंघाड़े - दोनों आधा-आधा किलो की

मात्रा में लेकर अच्छी तरह से पीसकर मिला लें तथा बरनी (जार) में भरकर रख लें l

प्रतिदिन सुबह खाली पेट १ चम्मच (५ ग्राम) पिसी मिश्री मिलाकर एक गिलास दूध के

साथ फांक लें या मिश्री दूध में घोल लें और चूर्ण फांक कर ऊपर से दूध पी लें l

इसी प्रकार शाम को भोजन के ३ घंटे पहले भी सेवन करें l तीन महीने तक यह प्रयोग

करने से शरीर हृष्ट-पुष्ट होगा lनोट : (मखाने खरीदते समय अच्छी तरह देख लें,

कहीं उनमे कीड़े तो नहीं हैं l


 (2)विदारीकन्द (विधारा) और अश्वगंधा आधा-आधा किलो की मात्रा में लेकर

अलग-अलग पीसकर छान लें l इस मिश्रण में एक किलो पिसी हुई मिश्री मिलाकर तीन बार

छननी से छानें ताकि तीनों अच्छे से मिश्रित हो जायें l इसे कांच के बर्तन में

भरकर रख लें l रोज़ १-१ चम्मच (५-५ ग्राम) चूर्ण सुबह-शाम दूध के साथ ३ माह तक

लें l दूध न मिल सके तो शहद में मिलाकर चाट लें l पानी के साथ भी ले सकते हैं

(3) दूध पीने के बाद 2 घंटे तक कुछ नहीं खाना चाहिए ।

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