शरीर हृष्ट-पुष्ट बनाने के लिये :-
(1) शीत ऋतु के बलवर्धक प्रयोगमखाने और सूखे सिंघाड़े - दोनों आधा-आधा किलो की
मात्रा में लेकर अच्छी तरह से पीसकर मिला लें तथा बरनी (जार) में भरकर रख लें l
प्रतिदिन सुबह खाली पेट १ चम्मच (५ ग्राम) पिसी मिश्री मिलाकर एक गिलास दूध के
साथ फांक लें या मिश्री दूध में घोल लें और चूर्ण फांक कर ऊपर से दूध पी लें l
इसी प्रकार शाम को भोजन के ३ घंटे पहले भी सेवन करें l तीन महीने तक यह प्रयोग
करने से शरीर हृष्ट-पुष्ट होगा lनोट : (मखाने खरीदते समय अच्छी तरह देख लें,
कहीं उनमे कीड़े तो नहीं हैं l
(2)विदारीकन्द (विधारा) और अश्वगंधा आधा-आधा किलो की मात्रा में लेकर
अलग-अलग पीसकर छान लें l इस मिश्रण में एक किलो पिसी हुई मिश्री मिलाकर तीन बार
छननी से छानें ताकि तीनों अच्छे से मिश्रित हो जायें l इसे कांच के बर्तन में
भरकर रख लें l रोज़ १-१ चम्मच (५-५ ग्राम) चूर्ण सुबह-शाम दूध के साथ ३ माह तक
लें l दूध न मिल सके तो शहद में मिलाकर चाट लें l पानी के साथ भी ले सकते हैं
(3) दूध पीने के बाद 2 घंटे तक कुछ नहीं खाना चाहिए ।
Monday, March 22, 2010
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